बिहार न्यूज़ लाइव डेस्क:
मृगांक शेख़र सिंह/जमुई
जमुई में दिन-प्रतिदिन सदर अस्पताल में डाक्टर और जिम्मेदारों की लापरवाही बढ़ती जा रही है। यहां आए दिन एक के बाद एक लापरवाही के मामले सामने आ रहे हैं।ड्यूटी से डॉक्टर गायब रहने की वजह से सदर अस्पताल जमुई में एक मरीज की जान चली गई। मिली जानकारी अनुसार जमुई शहर के कल्याणपुर मोहल्ले निवासी पप्पू राम ने सदर अस्पताल के डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल में नाराजगी जाहिर किया। उन्होंने बताया कि अपने पिता किशोर राम को बुधवार दोपहर में सांस फूलने पर उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया था। जहां उसे इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया। जहां इमरजेंसी वार्ड में मरीज 1 घंटे तक तड़पता रहा। बता दें कि जमुई सदर अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही से आज फिर एक मरीज की जान चली गई।
पूर्व में भी कई मामले में काफी हो हंगामा होने के बावजूद भी डॉक्टर अपनी मर्जी से सदर अस्पताल में ड्यूटी पर आते और जाते हैं। ताजा मामला सदर अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही से जुड़ा हुआ है। बता दें कि जमुई शहर स्थित कल्याणपुर मोहल्ले पप्पू राम अपने पिता किसुन राम का इलाज कराने सदर अस्पताल पहुंचे थे।जहाँ सदर अस्पताल के किसी डॉक्टर द्वारा उनको ऑक्सीजन लगाया गया।उसके बाद ले जाकर इमरजेंसी वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। इसी दौरान सांस लेने की तकलीफ की वजह से किसुन राम की जान चली गई। जब उनको इमरजेंसी वार्ड में शिफ्ट किया गया था, उसके बाद से सदर अस्पताल के इमरजेंसी से डॉक्टर गायब हो गए। जिसकी वजह से परिजन इलाज में लापरवाही की वजह से जान जाने का आरोप लगा रहे हैं।
वहीं इस मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ नौशाद इमरजेंसी वार्ड पहुंचे। जब उनसे डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं रहने की बात पूछा गया तो उन्होंने कहा कि डॉक्टर हमारी नहीं सुनते हैं।उन्होंने आगे बताया कि ड्यूटी के रोस्टर के हिसाब से डॉ मृत्युंजय की ड्यूटी थी। वे अपनी ड्यूटी के जगह पर डॉ एजाज को ड्यूटी देकर चले गए। डॉ एजाज को हार्ट की समस्या है, जिसको दिखाने के लिए वह आवेदन देकर अपना इलाज कराने पटना चले गए। मैं खुद बीमार हूं, उसके बाद भी मैं ड्यूटी पर आया हूं।विदित हो कि 17 लाख की आबादी के जमुई जिला का एकमात्र सबसे बड़ा सदर अस्पताल की लचर व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए जमुई लोकसभा सांसद चिराग पासवान जमुई की स्थानीय भाजपा विधायक श्रेयसी सिंह,पूर्व विधायक अजय प्रताप भी निरीक्षण कर चुके हैं। जमुई के वर्तमान सांसद ,विधायक,पूर्व विद्यायक के द्वारा सदर अस्पताल प्रबंधन को फटकार भी लगाई गई बावजूद इसके सदर अस्पताल के चिकित्सकों और कर्मियों का रवैया में कोई परिवर्तन देखने को नहीं मिल रहा।कुव्यवस्था की शिकायतें जस की तस बनी हुई है। तमाम जनप्रतिनिधियों के द्वारा सदर अस्पताल की व्यवस्था को सुधार के लिए लगातार की जा रही प्रयासों के बाद भी अपनी ड्यूटी से गायब डॉक्टर की वजह से एक बुजुर्ग की जान चली गई ।
Comments are closed.