रविंन्द्र ठाकुर/उदय कुमार
शाहपुर पटोरी/समस्तीपुर:-
पटोरी प्रखंड मुख्यालय परिसर मे मंगलवार को पशुपालक किसान सेवा संघ के द्वारा संघ के कार्यकर्ता नन्द केसरी प्रसाद यादव की अध्यक्षता एवं अभियान समिति के संयोजक डॉ. भुपेन्द्र प्रसाद यादव के संचालन मे किसानो एवं पशुपालकों का कर्जा माफ करने , भारत सरकार मे पशुपालन एवं मत्स्य विभाग का गठन करने , दूध के गुणवता का मानक के अनुरूप दूध का लाभकारी मूल्य घोषित करने , किसानो के खेत मे पानी एवं पशुपालक किसान को प्रतिमाह 10 हजार रुपये पेंशन , सभी राजनैतिक दलों को आरटीआई के दायरे मे लाने एवं वर्ष 2010 से दिये गये कृषि ऋण देने से सम्बंधित बैंको के शाखा प्रबंधक एवं कर्मचारी के सम्पति की जाँच आदि सभी मांगो को पुरा करो नही तो गिरफ्तार करो कार्यक्रम के साथ धरना कार्यक्रम का आयोजन किया गया । कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए संघ के संस्थापक अध्यक्ष बैधनाथ चौधरी ने कहा कि पुरा विश्व जिस किसान को धरती का भगवान कहता है वह आज बेचारा और समाज के सबसे अंतिम पायदान पर खड़ा सिसकियाँ भर रहा है परन्तु देश के कथित भाग्य विधाता मंत्री और सांसद अपने अपने मौज मस्ती मे लगे है । वर्तमान मे किसानो एवं पशुपालकों के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार के पास कोई भी ऐसी योजना नही है की उसे संकट से उबाड़ सके । वही संचालक डॉ.श्री यादव ने कहा कि सरकार हमेशा पूंजीपतियों के लिए लाभकारी योजना बनाने मे मशगूल रहती है । उन्होने राजनैतिक दलों को आरटीआई के दायरे मे भी लाने की वकालत की । वही किसान नेता दिनकर प्रसाद यादव ने कहा कि हमारे ही पैसे से चलने वाली सरकार हमे ही आँख दिखा रही है । चुनाव पूर्व किसानो की बात कर वोट तो ले लेते है पर सता की कुर्सी पर पहुँचते ही फिर बात तो करना दूर सुनना भी पसन्द नही करते । इसके अलावे कार्यक्रम को पूर्व प्रमुख जवाहर राय , पूर्व मुखिया रामाश्रय ठाकुर , विनोद राय , भाई रणधीर , सुबोध कुमार , सुधीर भगत , आदि लोगो ने सम्बोधित किया । कार्यक्रम स्वतंत्रता सेनानी सह मोहिउद्दीननगर विधान सभा क्षेत्र के प्रथम विधायक स्व. रामरूप प्रसाद राय के मृत आत्मा की शांति हेतु 2 मिनट मौन धारण कर श्रधांजलि उपरांत समाप्त हुई ।
मौके पर सुधीर कुमार , सौरभ कुमार तरुण , नंदकिशोर कापर , ओमप्रकाश राय , मंगल राज दिनकर , ललन राय , सुभाष चौधरी , जगरन्नाथ राय , सुमित कुमार , दानिश इमाम , सरोज कुमार मुखर्जी , सुजीत भगत तिमिरान्त तिलक आदि सैकड़ों पशुपालक किसान मौजूद थे ।
Comments are closed.