अर्जुन कुमार झा/समस्तीपुर/खानपुर/मिथिला स्टूडेंट यूनियन,मिथिला प्रांत के क्षेत्र व छात्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध एक मात्र गैर-राजनीतिक छात्र संगठन है।पिछले तीन सालों नव विकसित पारिकल्पित मिथिला के निर्माण हेतु स्थानीय प्रशासन,एवम केंद्र व राज्य सरकार के विरुद्ध प्रबल रूप से अपनी आवाज बुलंद कर मिथिलावासी को एकजुटता व मिथिलवाद में बांधने का सफल प्रयास करने का आह्वान किया है।
मिथिला स्टूडेंट यूनियन के द्वारा 1अक्टूबर को मिथिला बन्द करने आह्वान किया गया है।इस बन्द का उद्देश्य मिथिला क्षेत्र को स्पेशल बोर्ड का गठन कर “मिथिला विकास बोर्ड” की स्थापना हो एवं केंद्र सरकार द्वारा 1 लाख करोड़ की पैकेज देने की मांग की जा रही है।जबकि बिहार राज्य के उत्तरी भाग में 20 जिले ऐतिहासिक रूप से मिथिला क्षेत्र रहा है।इस क्षेत्र की सांस्कृतिक, एतिहासिक और राजनीतिक अलग पहचान रही है।20 जिला में विगत साल विकास के दौर में मिथिला क्षेत्र पीछे छूट गया है।यहाँ के कई उद्योग-धंधे एवं मिलों के बन्द होने से बेरोजगारी-पलायन और गरीबी चरम पर है।लेकिन सरकार ने मिथिला क्षेत्र को सौतेले व्यवहार कर रहे है।हर साल यह क्षेत्र बाढ़ के चपेट में आता है और करोड़ों लोगों की जिंदगी प्रभावित होती है पर किसी सरकार ने इसके निदान के लिए प्रयास नहीं किया। किसी भी सरकारी या गैरसरकारी सर्वे का डाटा चेक कीजिए,यह क्षेत्र आर्थिक-शैक्षणिक-स्वास्थ्य-सामाजिक-राजनीतिक आदि हर तरीके से बिहार के अन्य क्षेत्रों से मिथिला क्षेत्र पीछे है।और देश के अन्य क्षेत्रों की तुलना में इसका स्तर निम्नतम है।मिथिला यूनियन ने मिथिला क्षेत्र को विशेष रूप से विकसित व् पैकेज देने की मांग किया है।कि मिथिला में उद्योग कारखाना खुल सके जिसे बेरोजगार युवक को रोजगार मिल सके।
मिथिला स्टूडेंट यूनियन समस्तीपुर के जिलाध्यक्ष सरफराज आलम ने सरकार से मांग किया है की मिथिला में बाढ़ और सुखार से मुक्ति के लिये कमिटी का गठन सेंट्रल यूनिवर्सिटी की स्थापना व उपलब्ध यूनिवर्सिटी में अच्छी सुविधा,हवाई अड्डा व बेहतर रेलवे-रोड नेटवर्क ,टूरिज़्म, कल्चर और भाषा के सम्बर्हन हेतु बजट,कृषि आधारित उद्योग, डेयरी, मत्स्य पालन, कुक्कुट पालन आदि के लिये व्यापक कार्ययोजना ,महिला शक्ति का उपयोग हेतु एक व्यापक मैन्युफैक्चरिंग हब की कल्पना पर केंद्र व राज्य सरकार से मांगकर युवाओं ने एकसूत्र में सम्पूर्ण मिथिला को बांधकर हुंकार भरने हेतु 1- अक्टूबर को मिथिला बन्द करने का निर्णय लिया गया है।मिथिला यूनियन ने आह्वान किया है कि 1 अक्टूबर को समस्तीपुर जिला सहित मिथिला के 20 जिला के सभी प्रखंड व् पंचायत के मिथिला वासी एक जुट हो कर बन्द करे जिसे व्यापक असर केंद्र व् राज्य सरकार दिखाई देगा।जो नव विकसित मिथिला हेतु एक उग्र आंदोलन का आगाज होगा |
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