मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के अवसर पर पटना के 5 अनुमंडल में घाटों पर तैनात रहेगा एनडीआरएफ ,एसडीआरएफ,
प्रशासन के साथ रहेगा 5 स्थानीय गोताखोर,पटना की ओर सोन में पानी कम रहने से भोजपुर में होगा विसर्जन
किशोर चौहान,बिहटा,(पटना)।नवरात्रि में पटना जिले में स्थापित मां दुर्गा,काली और भारत माता की प्रतिमाओं का विसर्जन के मद्देनजर 5 अनुमंडल के घाटों पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के बचावकर्मी मोटरवोट और लाइफ जैकेट के साथ तैनात रहेंगे।जिसके लिये प्रशासन द्वारा प्रत्येक अनुमंडल में इसके 40 -45 सुरक्षाकर्मी को बिहटा से रवाना किया गया है।इसके साथ ही नदियों के इलाके के प्रत्येक प्रखंड में प्रशासन के साथ 5 स्थानीय गिताखोर मौजूद रहेंगे।इस बार पटना के परेव इलाके में सोन में पानी कम रहने से प्रतिमा का विसर्जन भोजपुर के कोइलवर इलाके में होगी। यह निर्णय बिहटा के पुलिस -प्रशासन द्वारा लिया गया है।इसके लिये दोनों जिले के पुलिस-प्रशासन के साथ सुरक्षाकर्मी और 5- 5गोताखोर तैनात रहेंगे।दो दिन पूर्व दानापुर के एसडीओ के निर्देश पर बिहटा के बीडीओ वुभेष आनंद,सीओ सुनील कुमार वर्मा तथा थानाध्यक्ष रंजीत कुमार सिंह ने परेव जाकर सोन घाट का जायजा लिया था।इस ओर पानी कम रहने के कारण एक दिन पूर्व पूजा समिति के सदस्यों के साथ बैठक कर सभी को इस बात की जानकारी दे दी गयी है।जिसमें पूजा समिति के अधिकांश सदस्यों ने प्रतिमा विसर्जन के लिये भोजपुर के कोइलवर जाने की बात कही।इस संबंध में बिहटा के सीओ सुनील कुमार का कहना है कि परेव के इलाके में प्रशासन द्वारा लाइट की व्यवस्था इसलिये नहीं किया गया है।उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा बिहटा के लिये 5 प्राइबेट गोताखोर नियुक्त किया गया है,जिसमें परेव के पिंटू चौधरी,रावण चौधरी, विनय चौधरी,राजू चौधरी,श्री नारायण चौधरी,है।जो प्रशासन के साथ मुस्तैद रहेंगे।उनका कहना है कि बताया कि सुरक्षित विसर्जन के लिये कोइलवर पुलिस-प्रशासन को इस बात की जानकारी दी गयी है।विसर्जन के दौरान नदियों में एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के बचावकर्मी भी तैनात रहेंगे।उन्होंने बताया पटना के जिला प्रशासन द्वारा जिले के दानापुर,पटना सदर,पटना सिटी,बाढ़, मसौढ़ी अनुमंडल के विभिन्न घाटों पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के 40-45 बचावकर्मी मोटर बोट और लाइफ जैकेट के साथ उस इलाके के नदियों में तैनात किए गये है।जिन्हें आज बिहटा से रवाना किया गया है।उनका कहना है कि पानी कम होने के बाद भी यदि कोई परेव इलाके में विसर्जन करना चाहता है तो उसे रोका नहीं जाएगा।वह उनकी मर्जी पर है।
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