संजीव कुमार /राजनेतिक सम्पादक/बिहार
पतना :सोमवार को राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के प्रदेश महासचिव सह प्रवक्ता संजीत कुमार प्रेसवार्ता कर संजीत कुमार कहाकि नीतीश कुमार जिस तरह जानता को परेशान कर कर रहा इसका नतीजा भी भुगतना होगा ।सरेआम एक जनप्रतिनिधियों को एके 47 से भून डाला ,पटना के मुख्य सडक़ पर ताबड़तोड़ गोलियां को बौछार किया जाता हैं ।नीतीश कुमार कुछ तो शर्म करो , अपने आप को सुशाशन बाबू कहते हैं ।एक समय आयेगा , भीख भी नशीब नही होगा ।
एक सप्ताह पहले नीतीश जी ने बंद कमरे मे सुशासन बहाल करने के लिए मीटिंग किए थे और उसके बाद की घटनाए आरा पटना और मुजफ्फरपुर ये बतलाने के लिए काफी हैं की उस मीटिंग का हश्र क्या हुआ ? ऐसा लगता हैं की सुशासन बाबू ने उस बंद कमरे मे सुशासन की परिभाषा बदलने के लिए मीटिंग बुलायी थी और अधिकारियो को फटकार लगायी थी परिणाम स्वरूप अधिकारियो ने उसपर अमल करते हुए मुहर्रम मे तमंचे लहराने की छूट देते हुए आरा पटना और मुजफ्फरपुर की घटनाए करवाकर अपनी पीठ थपथपाते हुए सुशासन बाबू को खुश कर दिए । नीतीश कुमार जी कुछ तो शर्म कीजिए की आपको जनता ने किसलिए कुर्सी से चिपकाया था । जनता भले ही पागल हैं पर जब पागलपन का दौड़ा पड़ेगा तो वो आपको भीख मांगने लायक भी नही छोड़ेगा । आपने कहा था की सवर्ण जाएंगे कहाँ और खुद ही विकल्प दिए जा रहे हैं । अगर आपकी नजरो मे लालू जी सवर्णों के लिए जहर हैं तो आप मीठी जहर हैं और मीठी जहर खाकर तड़प तड़प कर मरने से बेहतर हैं एक ही बार मे जहर खाकर मर जाना या उचित इलाज होने पर बच कर अमन चयन से रहना । अगर लालू जी का कार्यकाल जंगल राज था तो आपका कार्यकाल महा जंगल राज से भी ज़्यादा खतरनाक बनता जा रहा हैं शांतिपूर्ण आंदोलन कारियों पर लाठी भांज कर या ak 47चलाकर सार्वजनिक रूप से तमंचे लहराकर या रंगदारी मारकर अबला को रक्षा देने के नाम पर अपने लोगो के बेड की शोभा बढ़ाकर या जनता को सुविधा देने के नाम पर अधिकारियो और अपने पार्टी एवं राजनेताओ की तिजोरियां भरकर गाढ़ी कमाई का जरिया बना दिया गया हैं ।
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