राकेश अनंत कन्हैया
बिहार न्यूज लाइव@धमदाहा,पूर्णियां
लोक आस्था का महापर्व छठ जो यूपी बिहार का मुख्य त्योहार माना जाता है. इस पर्व की मान्यता इतनी है कि यूपी बिहार के अलावा अब दूसरे राज्यों के लोग भी पूरी श्रद्धा के साथ छठ पर्व मनाने लगे हैं. छठ पर्व में भक्तगण सूर्य की उपासना कर भास्कर को अर्ग अर्पित करते हैं. छठ पर्व में लोगों को बहुत ही पाक साफ रहना पड़ता है. छठ व्रती महिलाएं तीन दिनों तक निर्जल उपवास में रहती है. इस महापर्व को लेकर धमदाहा में भी जोरों की तैयारी हो रही है. बाजारों में चारों तरफ छठ पर्व की सामग्री खरीदने के लिए लोग जुट रहे हैं. तो वहीं जिला पदाधिकारी के द्वारा सभी छठ घाटों की साफ-सफाई और देखभाल के लिए स्पष्ट दिशा निर्देश दिया गया है. लेकिन विडंबना है कि डीएम के निर्देश के बावजूद भी धमदाहा के अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी. अनुमंडल मुख्यालय के पोखर सहित ग्रामीण इलाकों के सभी सार्वजनिक पोखर में गंदगी का अंबार लगा हुआ है. लेकिन प्रसाशन के तरफ से इसकी साफ सफाई के लिए अभी तक कोई शुरुआत नहीं की गई है. अनुमंडल मुख्यालय स्थित सार्वजनिक छठ पोखर एवं धमदाहा मध्य पंचायत अंतर्गत महादेव स्थान के बगल में स्थित पोखर में हर वर्ष हजारों की संख्या में लोग आस्था के महापर्व छठ को मनाने पहुंचते हैं.
लेकिन इन पोखरों की हालत काफी दयनीय है. पोखर के चारों तरफ घने जंगल के साथ-साथ गंदगी का अंबार लगा हुआ है. हैरत की बात तो यह कि अनुमंडल एवं प्रखंड मुख्यालय परिषर में स्थित पोखर के चारो तरफ अनुमंडल पदाधिकारी से लेकर प्रखण्ड एवं अंचल स्तर के सभी अधिकारियों का आवास है. लेकिन किसी भी अधिकारियों की नजर अबतक छठ घाट पर नहीं पड़ी है, जबकि छठ पर्व को केवल दो दिन शेष रह गए हैं. इस बात को लेकर स्थानीय ग्रामीणों में काफी रोष व्याप्त है.
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