डॉ.विद्या भूषण श्रीवास्तव
शिक्षक पद या प्रोफेशन नहीं बल्कि यह प्रतिष्ठा है। समाज में शिक्षक के मान सम्मान को प्रतिस्थापित करने का काम नयी पीढ़ी को करना होगा। उक्त बातें छपरा नगर विद्यालय अवर निरीक्षक सह सदर प्रखंड संसाधन केंद्र संचालक डॉ .द्विजेंद्र यादव ने ओडिएल सत्र समापन सह गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में शिक्षक प्रशिक्षण की भूमिका विषयक परिचर्चा को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में देश निर्माण के प्रति शिक्षकों की भूमिका अधिक चुनौतीपूर्ण है. प्रशिक्षण उनकी प्रतिभा को निखारता है।शिक्षक को बच्चों के फैसलिटेटर की भूमिका में होना चाहिए. बच्चों का सर्वांगीण विकास उनका लक्ष्य है। कर्तव्य परायण शिक्षक को समाज में प्रतिष्ठा स्वतः प्राप्त हो जाती है।
मौके पर संसाधन केंद्र समन्वय डॉ जनार्दन सिंह, साधनसेवी डॉ शहजाद आलम, सुनील कुमार पांडेय, प्रशांत पांडेय, विनोद कुमार सिंह तथा श्रीभगवान राम ने संबोधित किया वहीं प्रशिक्षु नीतू कुमारी, रूबाब फातिमा, अर्चना कुमारी, सरोज सिंह, मनोरंजन सिंह, रेखा कुमारी, ओमैदुल्लाह मोअजज्म, आदि ने अपने स्मरण, अनुभव और प्रशिक्षण से हुए लाभ को साझा किया। पूर्व में सुनील कुमार ने जहां स्वागत भाषण दिया वहीं अतिथियों को बुके और उपहार प्रदान किया गया। गरिमा चौधरी व नूतन कुमारी की टीम ने सरस्वती वंदना और स्वागत गान प्रस्तुत किया।आयोजन में गुड्डू कुमार, नीतू कुमारी, दीप्ति राय, मुन्ना कुमार, सरोज कुमार, अविनाश, पंकज कुमार गुप्ता आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाया।
Comments are closed.