नीरज कुमार सिंह
बिहार न्यूज लाइव@गोपालगंज
बैकुंठपुर थाना परिसर में बुधवार को सुबह से ही सन्नाटा पसरा है। थानाध्यक्ष लक्ष्मीनारायण नारायण महतो एवं सहायक सब इंस्पेक्टर सुधीर कुमार पर विभागीय कार्रवाई होने के बाद पूरे इलाके में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। सुबह से देर शाम तक दोनों पुलिस पदाधिकारियों के खिलाफ वरीय अधिकारियों द्वारा की गई कार्रवाई चर्चा का विषय बनी रही। चाहे चौक चौराहा हो या फिर गांव की गलियारी। हर जगह थानाध्यक्ष पर कार्रवाई की चर्चा लोगों की जुबान पर रही। बतादें कि 26 मार्च 2018 को सब इंस्पेक्टर लक्ष्मी नारायण महतो ने बतौर थानाध्यक्ष के पद पर बैकुंठपुर में योगदान दिया था। योगदान के बाद उन्होंने लगातार दर्जन भर से अधिक शराब के ठिकानों पर छापेमारी कर भारी मात्रा में शराब बरामद की थी। इस दौरान कई आरोपियों की गिरफ्तारी भी की गई थी। लेकिन शराब विनिष्टी करण के बाद शराब की गाड़ी बैकुंठपुर थाने से बाहर निकालने के आरोप में थानाध्यक्ष लक्ष्मी नारायण महतो एवं सहायक अवर निरीक्षक सुधीर कुमार के खिलाफ विभागीय स्तर से जांच शुरू की गई। आरक्षी अधीक्षक राशिद जमा एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सहित अन्य वरीय अधिकारियों के नेतृत्व में बैकुंठपुर थाने पर मामले की जांच शुरू हुई। जांच के दौरान प्रथम दृष्टया अधिकारियों ने दोनों पुलिस अधिकारियों को दोषी मानते हुए थानाध्यक्ष लक्ष्मी नारायण महतो एवं सहायक अवर निरीक्षक सुधीर कुमार को अपनी गाड़ी में बैठाकर जिला मुख्यालय लेकर चले गए। उसके बाद यहां कई तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है। कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि बुधवार को थाना परिसर में हर रोज की भांति ना तो लोगों की भीड़ देखी गई और नहीं थाने की सीरिश्ता में कार्यों का निष्पादन हो सका।
विनिष्टि करण के बाद कहां से आए शराब
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