नीरज कुमार सिंह/रंजीत कुमार मिश्र
बिहार न्यूज लाइव@पंचदेवरी
जिस दिन देश भर के लोग अपने घरों को छोटे-छोटे दियों से सजा रहे थे। फुलझड़ीओं की रोशनी से घर को जगमग कर रहे थे। घर में सुख शांति के लिए पूजन-हवन आदि कर रहे थे। उसी समय स्थानीय प्रखंड के महुआवा गांव में अग्नि जमकर तांडव मचा रही थी। गांव की ही स्व. रामजश पटेल की 45 वर्षीय पत्नी उषा देवी सहयोग के लिए गुहार लगा रही थी। एक तरफ जहां लोग आग उगलने वाले पटाखों के साथ कौतुक कर रहे थे, तो वहीं वह आग की लपटों को काबू करने का प्रयास कर रही थी पर उस समय उस महिला के लिए यह संभव न था। पटाखों की शोर की वजह से उनकी चीख भी न काम आ सकी। पटाखों की शोर के सामने उनकी आवाज भी दब गई।
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