विश्व डाक दिवस की पूर्व संध्या पर पी. एस. आई का ऐलान
पत्र लिखने की आदत डालें, इतिहास बनेगा – डॉ अरविन्द वर्मा
खगड़िया । माना कि हाइटेक जमाना है । मगर, आज भी पत्र लेखन का एक अलग ही महत्व है । तन लड़कपन और जवानी सब बदलता जायेगा और यादगारी के लिए आपका लिखा पत्र ही रह जायेगा । वर्षों पुरानी यादों का इतिहास है – ओल्ड लेटर । उक्त बातें, पोस्टल सोसाइटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डॉ अरविन्द कुमार वर्मा ने विश्व डाक दिवस की पूर्व संध्या पर मीडिया से कही ।
आगे उन्होंने कहा पत्र लिखने की आदत डालने और पुराने पत्रों को संग्रहित कर रखने के उद्येश्य से पोस्टल सोसाइटी ऑफ इंडिया द्वारा ” ओल्ड लेटर इज गोल्ड कॉम्पिटीशन 2018 ” का आयोजन किया जायेगा जो विश्व डाक दिवस 09 अक्टूबर 2018 से 14 दिसम्बर 2018 तक चलेगी । सबसे अधिक वर्षों पुराने खत और खाताधारी को पुरस्कृत व सम्मानित किया जायेगा । इसमें कोई भी भारतीय नागरिक भाग ले सकते हैं । इसके लिए डाक विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों तथा राज्य सरकार के अधिकारियों का भी सहयोग लिया जायेगा । उन्होंने यह भी कहा कोई भी पत्र पारिवारिक व सामाजिक संबंधों को मजबूती के साथ एक दस्तावेज का रूप ले लेता है । इसकी महत्ता तब अत्यधिक बढ जाती है जब पत्र लिखने वाले इंसान इस धरती पर नहीं रहते । उनके पत्र यादगार बन जाते हैं । डॉ वर्मा ने आज के नौनिहालों और युवा वर्गों से अपील करते हुए कहा कि हाइटेक रहें , इन्टरनेट और ई मेल करो साथ ही हर महीने एक खत अपने माता-पिता, भाई-बहन, दादा-दादी या गुरुजन को अवश्य लिखें । डॉ वर्मा ने कहा पत्र लिखनेकी आदत डालें, इतिहास बनेगा ।
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